माँ बगलामुखी शत्रु विनाशक कवच – शत्रु बाधा, कोर्ट केस व तंत्र से सुरक्षा के लिए
अप्सरा के रूप और स्वरूप को हिन्दू मिथकों और पौराणिक कथाओं में विभिन्न ढंग से वर्णित किया गया है। अप्सरा को अत्यंत सुंदर, आकर्षक, और मनोहारी रूप में प्रस्तुत किया गया है। उनका स्वरूप आकर्षकता, सौंदर्य, और उन्हें प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है।
कामेच्छी अप्सरा साधना परिचय- अमराबती स्वर्गलोक के देबराज इन्द्र की राजधानी का ऐश्वर्य बहाँ की १६,१०८ अप्सराओं की कृपा का प्रसाद कहा जाता है । इन १६,१०८ में से १०८ अप्सराएं तो इन्द्र भगबान ने बेदों की १०८ ऋचाओं की साधना करके स्वयं प्रकट की थीं । इन १०८ की नायिका मेंनका और रम्भा आदि हैं । नर नारायण की तपस्या से डरकर इन्द्रदेब ने रम्भा, मेंनका आदि १६ प्रमुख अप्सराएं भेजीं । तब नर ने क्षुब्ध होकर अपनी दायीं जंघा पर हथेली मारकर उर्बशी आदि १६००० अप्सराएं उत्पन्न करके इन्द्र के पास भेज दीं ।
हिन्दू पौराणिक कथाओं में अप्सराएं कई शक्तिशाली गुणों से संपन्न होती हैं, जैसे कि:
आत्महत्या या विचारों में विपरीतता: यदि अप्सरा साधना के प्रभाव से व्यक्ति का मानसिक संतुलन खराब होता है, तो यह आत्महत्या या विचारों में विपरीतता का कारण बन सकता है।
आत्म-विश्वास: साधक को अपने आत्म-विश्वास में पूरी श्रद्धा रखनी चाहिए। आत्मा के शक्तियों का पूर्ण विश्वास रखना महत्वपूर्ण है।
असंतुलन get more info और संबंधित समस्याएं: अप्सरा साधना के अधिक अभ्यास से, समाजिक संबंधों में असंतुलन, परिवारिक समस्याएं, या कार्यालय में संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
साधना में उपांशु जाप का प्रयोग करें, अर्थात् बुदबुदाने के साथ जाप करें और होंठ हिलने दें।
हम लाते हैं देश-दुनिया की सबसे बड़ी और ताज़ा ख़बरें, बिल्कुल विश्वसनीय और साफ अंदाज़ में।
आप पालथी मारकर बैठ सकते हैं और मेरुदंड को सीधा रख सकते हैं।
Quite a few artists and creators report amplified inspiration and creative imagination right after partaking in Apsara Sadhana. The connection with the Apsaras can ignite new ideas and inventive expression.
काला जादू क्या होता है? जानिए इसके पीछे की रहस्यमयी सच्चाई, लक्षण, सच्ची घटनाएं और बचाव के टोटके
अप्सरा साधना में कई तकनीकें होती हैं जो साधकों को अप्सरा देवियों के संग संवाद करने का अभ्यास कराती हैं और उन्हें आत्म-सम्मोहन और आध्यात्मिक उत्थान की दिशा में मार्गदर्शन करती हैं। यहां कुछ मुख्य अप्सरा साधना की तकनीकें हैं:
चारित्र: अप्सराएं प्रेम, सौंदर्य, और आकर्षण के प्रतीक के साथ-साथ धर्म, शांति, और सेवा के भाव का प्रतीक भी होती हैं। उन्हें प्रेम की देवी के रूप में भी प्रस्तुत किया जाता है।